सम्पूर्ण चाणक्य नीति | Download Complete Chanakya Niti in Hindi

Chanakya Niti Book in Hindi – आचार्य चाणक्य ने “चाणक्य नीति” पुस्तक की रचना करके मानव समाज के लिए बहुत आदर्शों की स्थापना की। उनके द्वारा लिखी गई ये बातें आज से लगभग 2300-2400वर्ष बीत जाने के बाद भी जीवित हैं।

यह हमारा सौभाग्य है कि इतने लंबे समय के बीत जाने के बाद भी आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखी गई ये नीति की बातें आज भी सुरक्षित हैं। उन सभी लोगों को हमारा धन्यवाद है जिन्होंने इस पुस्तक को सुरक्षित रखा है।

डाउनलोड चाणक्य नीति बुक (Download Chanakya Niti Book in Hindi)

संपूर्ण चाणक्य नीति ऑनलाइन पढ़ें या डाउनलोड करें (Download Complete Chanakya Niti in Hindi)

चाणक्य नीति पुस्तक को डाउनलोड करने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कीजिए – 

इस पुस्तक में आचार्य चाणक्य ने मानव को नैतिक मूल्यों, कर्तव्य, बुद्धिमता, कौशल, साहस, दैनिक जीवन, मित्रता, शत्रुता आदि पर आधारित बातें लिखी हैं और इन्हीं बातों को नीति की बातें कहा गया है क्योंकि ये बातें आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति/मन के आधार पर लिखी थी। ये बातें वर्तमान समय के आधुनिक जगत में भी लागू होती हैं।

हालांकि, आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखी गई यह नीति की बातें आज से लगभग 2300-2400 वर्ष पहले की है परंतु जब आप इन्हें पढ़ेंगे तो आपको विचित्र महसूस होगा कि उस समय में भी इतने महान विद्वान लोग भी हुआ करते थे। पुस्तक पढ़ने पर ऐसा लगता है कि चाणक्य को बहुत गहनता से इस संसार के लगभग हर क्षेत्र के बारे में ज्ञान था।

चाणक्य नीति को पढ़ने के लिए या फिर आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर के अंदर डाउनलोड करना चाहते हैं तो उसका लिंक आपको हमने एक बार फिर से नीचे उपलब्ध करवाया है इस लिंक पर क्लिक करके आप चाणक्य नीति पुस्तक की पीडीएफ फाइल को डाउनलोड कर सकते हैं।

चाणक्य नीति पुस्तक को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिये गये बटन पर क्लिक कीजिए (Chanakya niti in Hindi) –

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चाणक्य नीति बुक ऑनलाइन पढ़ें (Read Chanakya Niti Online in Hindi)

अगर आप आचार्य चाणक्य की नीति की बातों को ऑनलाइन पढ़ना चाहते हैं तो भी हमने आपके लिए नीति की बातों के सभी अध्यायों को बहुत ही अच्छी तरह से सुव्यवस्थित करके लिखे हैं। इन अध्यायों को पढ़ने के लिए आप नीचे दिए गए सारणी में लिंक के माध्यम से हर अध्याय को पढ़ सकते हैं। 

हालांकि आप इन अध्यायों को एक साथ तो नहीं पढ़ पायेंगें। आप अध्यायों को पहला व दूसरा, तीसरा चौथा, पांचवा छठा, इस तरह के जोड़े के रूप में आप पढ़ सकते हैं। चाणक्य नीति में कुल 17 अध्याय हैं। उन सभी अध्ययन को हमने उन सभी अध्ययन के लिंक हमने नीचे दिए हैं –

चाणक्य नीति का अध्याय चाणक्य नीति का अध्याय
पहला व दूसरातीसरा व चौथा
पांचवा व छठासातवां व आठवां
नवां व दसवांग्यारहवां व बारहवां
तेरहवां व चौदहवांपंद्रहवां व सोलहवां
सत्रहवाँ अध्याय
चाणक्य नीति के सभी अध्याय (All Chapters of Chanakya Niti in Hindi)

हमें उम्मीद है आपको आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखी गई बातों से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और अगर आप भी इस बात से सहमत होते हैं कि आचार्य चाणक्य बहुत महान विद्वान व्यक्ति थे तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताइएगा।

भारतवर्ष की धरती ने बहुत सारे विद्वान, ऋषि, गणितज्ञ, कलाकार व अनेकों प्रतिभाओं को जन्म दिया है उन्हीं में से आचार्य चाणक्य एक थे जिन्होंने अपनी मानसिक शक्ति (बुद्धिमता) से पूरे भारत पर एक सकुशल राज्य का निर्माण करके दिखाया।

आचार्य चाणक्य की अन्य पुस्तकें (Books by Acharya Chanakya)

आचार्य चाणक्य ने “चाणक्य नीति” व “अर्थशास्त्र” नामक दो पुस्तक लिखी थी। चाणक्य नीति पुस्तक में आचार्य ने इंसान को मार्गदर्शन के लिए अपनी बातों को बताया। इन्हीं बातों को चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। 

पर वहीं अर्थशास्त्र पुस्तक में आचार्य ने एक राज्य को कैसे चलाया जाए की बातों को बताया है। अर्थशास्त्र पुस्तक में उन्होंने यह भी बताया है कि किस तरह से एक राजा अपनी प्रजा को संतुष्ट रख सकता है, शत्रुओं का नाश कैसे कर सकता है, गुप्तचुरों को कैसे रख सकता है, राज्य में ग्राम स्तर से लेकर महानगरों तक किस तरह से प्रशासन बनाया जाए. इन सब बातों को उन्होंने बहुत ही अच्छे तरीके से बताया है।

वर्तमान समय की कानून व्यवस्था भी आचार्य चाणक्य के द्वारा बनाए गए नियमों से ही जुड़ी हुई है। 

चाणक्य नीति की शुरुआत (Begining of Chanakya Niti)

आचार्य चाणक्य ने अपने शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य के शासन में जिन नीतियों व नियमों को अपनाया था वे सभी नीतियां अर्थशास्त्र पुस्तक में लिखी गई है। उन्होंने चंद्रगुप्त के साथ मिलकर धनानंद के नंद साम्राज्य को खत्म करके वहां पर चंद्रगुप्त के मौर्य साम्राज्य की स्थापना करवाई और चंद्रगुप्त को सम्राट घोषित किया। 

चाणक्य जो अभी तक राजनीति में नहीं घुसे थे। एक दिन धनानंद ने अपने भरे दरबार में बेइज्जती करके उनकी मानहानि की।  

चाणक्य ने अपने ज्ञान और बुद्धि की ताकत को इस्तेमाल करके धनानंद के शासन को जड़ से खत्म कर दिया। अगर आप आचार्य का जीवन परिचय व इतिहास पढना चाहते हैं तो यहाँ से पढ़ सकते हैं – आचार्य चाणक्य का जीवन परिचय व इतिहास

हमें उम्मीद है दोस्तों आपको आचार्य चाणक्य के द्वारा लिखी गई यह नीति (Chanakya niti in Hindi) की बातें जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो कमेंट करके जरूर बताना यहां तक पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। ‌

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