Durdhara Biography in Hindi: प्राचीन भारत में मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की पत्नी दुर्धरा का नाम आत्मिक प्रेम का आभास कराता है। वह अपने पति चंद्रगुप्त से बेहद मोहब्बत करती थी और चंद्रगुप्त भी अपनी पत्नी से उतनी ही मोहब्बत करते थे। इस पोस्ट में हम दुर्धरा के जीवन से जुड़े हुए तथ्यों के बारे में बात करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं।
दुर्धरा का परिचय (Introduction to Durdhara)
नाम | दुर्धरा (Durdhara) |
जन्म | पाटलिपुत्र, प्राचीन भारत |
पिता | धनानंद |
माता | अमितानिता |
पति | चंद्रगुप्त मौर्य |
पुत्र | बिंदुसार मौर्य |
पौत्र | अशोक, विताशोक, सुसिम और 98 अन्य |
बहू | सुभद्रांगी |
मृत्यु | 320 ई. पू.,पाटलिपुत्र, प्राचीन भारत |
दुर्धरा का जन्म पाटलिपुत्र में नंद साम्राज्य के शाही परिवार में हुआ था। उसके पिता का नाम धनानंद और माता का नाम अमितानिता था। वह एक समझदार, सुंदर, शांत, और माता-पिता की प्रिय थी। उसके पिता धनानंद नंद साम्राज्य के सम्राट थे।
दुर्धरा चंद्रगुप्त की पहली और मुख्य पत्नी थी। वह चंद्रगुप्त से बेहद मोहब्बत करती थी। उन दोनों से उत्पन्न हुए पुत्र का नाम बिंदुसार था जो मौर्य साम्राज्य का दूसरा सम्राट बना।
दुर्धरा का एक भाई था जिसका नाम पब्बता था। हालांकि, पब्बता अपनी बहन की तरह नहीं था। वह अपने पिता को गद्दी से हटाकर खुद को राजा घोषित करना चाहता था।
चंद्रगुप्त के साथ किया विवाह (Got Married to Chandragupta)
दुर्धरा (Durdhara) का विवाह चंद्रगुप्त मौर्य के साथ हुआ। इसके पीछे एक कहानी है। चंद्रगुप्त ने आचार्य चाणक्य की सलाह से नंद साम्राज्य पर आक्रमण किया और पाटलिपुत्र पर अधिकार कर लिया।
नंद साम्राज्य को जीतने के बाद चंद्रगुप्त ने धनानंद का कत्ल कर दिया। कहा जाता है कि जब दुर्धरा ने चंद्रगुप्त को देखा था तो उसे पहली नजर में प्यार हो गया था और वह चंद्रगुप्त से शादी करना चाहती थी। चंद्रगुप्त को भी दुर्धरा पसंद आ गई और दोनों ने शादी कर ली।
दुर्धरा और चंद्रगुप्त को पुत्र की प्राप्ति (Durdhara Gave Birth to the Son of Chandragupta)
चंद्रगुप्त मौर्य साम्राज्य साम्राज्य के सम्राट बन गये थे और विवाह हो जाने के बाद युगल शाही महल में रहते थे। दोनों को एक पुत्र की प्राप्ति हुई जिसका नाम केशनाक था। परंतु, कहा जाता है कि उस बच्चे का जन्म होने के बाद ही देहांत हो गया था।
कुछ वर्ष जाने के बाद दुर्धरा व चंद्रगुप्त को एक और पुत्र की प्राप्ति हुई जिसका नाम बिंदुसार था। बिंदुसार ही मौर्य साम्राज्य का दूसरा सम्राट बना। उसने चंद्रगुप्त के बाद मौर्य साम्राज्य की कमान संभाली और आचार्य चाणक्य की सलाह से राज्य को सकुशल चलाया।
दुर्धरा का देहांत (Death of Durdhara)
बिंदुसार को जन्म देने से पहले ही, 320 ईसा पूर्व में दुर्धरा की मृत्यु हो गई थी। जब बिंदुसार को जन्म देने में 7 दिन बचे थे तो अनजाने में चंद्रगुप्त और दुर्धरा ने एक साथ विषैला भोजन कर लिया था।
यह भोजन विशेषकर चंद्रगुप्त के लिए बनाया गया था। आचार्य चाणक्य अपने प्रमुख शिष्य चंद्रगुप्त की सुरक्षा के बारे में हमेशा चिंतित रहते थे। शत्रु के जहर का चंद्रगुप्त के ऊपर कोई प्रभाव न पड़े इसलिए चाणक्य रोजाना उसके खाने में कुछ मात्रा में जहर मिला दिया करते थे ताकि चंद्रगुप्त का शरीर जहर के प्रति इम्युनिटी बना सके।
चंद्रगुप्त को इस बारे में कुछ पता नहीं था। अनजाने में उन्होंने अपनी पत्नी के साथ वो भोजन कर लिया। इस जहरीले भोजन से गर्भवती दुर्धरा का देहांत हो गया।
बिन्दुसार का जन्म (Birth of Bindusar)
आचार्य चाणक्य को इस बात का पता चला तो वे भागे चले आए। उन्होंने दुर्धरा को बचाने का पूरा प्रयास किया परंतु, वे सफल नहीं हो सके। आचार्य ने तलवार से दुर्धरा के पेट को चीरकर भ्रूण को निकाल लिया। हर दिन उस भ्रूण को एक बकरी के गर्भ में रखा जाता। इस तरह से 7 दिन बाद, चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिंदुसार का जन्म हुआ।
FAQs
उत्तर- दुर्धरा के पिता धनानंद थे जो नंद साम्राज्य के अंतिम सम्राट थे।
उत्तर – दुर्धरा धनानंद की पुत्री थी जिसका विवाह चंद्रगुप्त मौर्य के साथ हुआ था। वह अपने पिता धनानंद व माता अमितानिता की प्रिय पुत्री थी।
उत्तर- चंद्रगुप्त मौर्य की दो पत्नियां थी – दुर्धरा व हेलेना। चंद्रगुप्त की मुख्य पत्नी दुर्धरा थी। हेलेना से एक संधि के तौर पर विवाह किया गया था।
उत्तर – चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिंदुसार की 16 पत्नियां थी, उनमें से सुभद्रांगी उसकी मुख्य पत्नी थी।
उत्तर- चंद्रगुप्त मौर्य की पहली पत्नी दुर्धरा थी जो धनानंद की पुत्री थी। वह चंद्रगुप्त से बहुत मोहब्बत करती थी।
उत्तर- दुर्धरा के भाई का नाम पब्बता था जो अपने पिता धनानंद के खिलाफ था। वह नंद साम्राज्य का राजा बनना चाहता था।
उत्तर- एक दिन चंद्रगुप्त ने अपनी गर्भवती पत्नी के साथ विषैला भोजन साझा कर लिया। वह भोजन विशेषकर चंद्रगुप्त के लिए बनाया जाता था जिसमें कुछ मात्रा में विष डाला जाता था। परंतु चंद्रगुप्त को यह पता नहीं था। तो उन्होंने अनजाने में दुर्धरा के साथ विष भरा भोजन खा लिया जिससे दुर्धरा की मौत हो गई।
मुझे उम्मीद है दोस्तों आपको यह दुर्धरा (Durdhara) की पोस्ट जरूर पसंद आई होगी। पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना मत भूलना और यहां पढ़ने के लिए आपको दिल से धन्यवाद।
Dharma ,Subhradhani brahma thi, iske koi praman nahi hai
Usko diye gaye kaary ke anusaar vah Dhanuk ya Naayee varg se sambandhit huii